भोपाल। मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में गुरुवार (19 दिसंबर) को ठगी की बड़ी घटना सामने आई। उत्तर प्रदेश और गुजरात के 10 श्रद्धालुओं से मंदिर के पुरोहित प्रतिनिधि और एक अन्य व्यक्ति ने बाबा महाकाल को जल अर्पित करने का झांसा देकर रुपए ऐंठ लिए। कलेक्टर नीरज सिंह ने नंदी हॉल में बैठे श्रद्धालुओं को देखकर संदेह जताया और उनसे पूछताछ की, जिससे धोखाधड़ी का पर्दाफाश हुआ। कलेक्टर ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ लिया।
पूरा मामला इस प्रकार है
उत्तर प्रदेश और गुजरात से आए श्रद्धालु महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने पहुंचे थे। मंदिर के पुरोहित प्रतिनिधि, राजेश भट्ट, ने श्रद्धालुओं को झांसा देकर उन्हें जल चढ़ाने का प्रस्ताव दिया। उसने कहा कि 1100 रुपए प्रति व्यक्ति देने पर सभी श्रद्धालुओं को जल चढ़ावा मिलेगा। इसके बाद यूपी के मनोज कुमार, संजू देवी समेत 5 श्रद्धालुओं ने राजेश को 6,600 रुपए दिए। अहमदाबाद के श्रद्धालुओं से भी जल चढ़ाने के बदले पैसे लेने की बात तय हुई। सभी 10 श्रद्धालुओं को नंदी हॉल में प्रवेश कराया गया, जहां कलेक्टर ने संदेह जताया और पूछताछ के बाद धोखाधड़ी का खुलासा किया।
दरअसल कलेक्टर नीरज सिंह रोज की तरह सुबह महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे थे, जब उन्हें नंदी हॉल में 10 श्रद्धालु दर्शन करते हुए दिखे। कलेक्टर ने श्रद्धालुओं से बातचीत की और पूछा कि वे नंदी हॉल तक कैसे पहुंचे। श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्हें पुरोहित प्रतिनिधि राजेश भट्ट और एक अन्य व्यक्ति लेकर आए थे। राजेश ने उन्हें प्रति व्यक्ति 1100 रुपए लेकर महाकाल को जल अर्पित करने का झांसा दिया। यह सुनते ही कलेक्टर ने तुरंत दोनों आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ लिया।
सूचना मिलते ही एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार और महाकाल मंदिर के अधिकारी मौके पर पहुंचे और सभी 10 फरियादियों को महाकाल थाने आवेदन देने के लिए भेजा। कलेक्टर नीरज सिंह ने बताया कि पुरोहित प्रतिनिधि राजेश भट्ट और उसके सहयोगी को महाकाल को जल चढ़ाने के नाम पर श्रद्धालुओं से पैसे लेते हुए पकड़ा गया है। दोनों आरोपियों को महाकाल थाने भेज दिया गया है, और फरियादियों से बयान लिए जा रहे हैं। इसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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