भोपाल। मध्यप्रदेश में दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं जारी हैं और अब उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की प्रक्रिया भी शुरू होने जा रही है। राजधानी में मूल्यांकन सेंटर तैयार कर लिया गया है और मंडल ने मूल्यांकन को लेकर विशेष निर्देश जारी कर दिए हैं।
महत्वपूर्ण निर्देश और मूल्यांकन प्रक्रिया
➡️ नब्बे प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाली कॉपियों की तीन बार जांच होगी, ताकि किसी प्रकार की त्रुटि न रहे।
➡️ अंकों को जोड़ने में गलती करने वाले शिक्षकों पर जुर्माना लगाया जाएगा।
➡️ 13 मार्च से मूल्यांकन शुरू होगा और इसके लिए टीटी नगर मॉडल स्कूल को सेंटर बनाया गया है।
➡️ मूल्यांकन केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और परीक्षा पर नजर रखने के लिए कंट्रोल रूम भी तैयार किया गया है।
उत्तर पुस्तिकाओं में बारकोडिंग, शिक्षकों को नहीं दिखेगा रोल नंबर
➡️ परीक्षा की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए आंसर शीट्स में बारकोडिंग की गई है।
➡️ मूल्यांकनकर्ता को परीक्षार्थी का रोल नंबर दिखाई नहीं देगा, जिससे निष्पक्ष मूल्यांकन सुनिश्चित किया जा सके।
शिक्षकों को दी गई विशेष ट्रेनिंग
➡️ बोर्ड के सचिव केडी त्रिपाठी ने बताया कि मूल्यांकन के दौरान गलतियां रोकने के लिए शिक्षकों को ट्रेनिंग दी गई।
➡️ हर जिले से चार-चार शिक्षक बुलाए गए, जिन्हें मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया।
➡️ इन प्रशिक्षित शिक्षकों को अपने सेंटर पर जाकर अन्य शिक्षकों को सही मूल्यांकन प्रक्रिया समझाने की जिम्मेदारी दी गई है।
मध्यप्रदेश बोर्ड ने यह सुनिश्चित करने के लिए कड़े नियम बनाए हैं कि मूल्यांकन निष्पक्ष और सटीक हो, ताकि छात्रों को उनकी मेहनत के अनुरूप अंक मिल सकें।
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