भोपाल। 'कांग्रेस झूठ बोलती है कि ओबीसी का 27 परसेंट आरक्षण उसने दिया। भाजपा की सरकार ने आयोग बनाया। कांग्रेस ने अपने स्वार्थ के लिए सर्वाधिक संशोधन करके संविधान का मजाक बनाया। देश ने आपातकाल जैसी परिस्थितियों को कांग्रेस की वजह से देखा। मोदी सरकार ही सच्चे अर्थों में आंबेडकर का सपना पूरा कर रही है।' ये बातें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को श्यामला हिल्स स्थित राज्य संग्रहालय ऑडिटोरियम में कहीं।
भारतीय जनता पार्टी की ओर से भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के कृतित्व और व्यक्तित्व पर आधारित ‘द आंबेडकर यूथ कॉन्क्लेव‘ का आयोजन किया गया। इसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सच्चे अर्थ में गुरु की भूमिका यदि किसी ने इस देश और समतामूलक समाज के लिए निभाई तो वह हैं, बाबा साहब आंबेडकर। जो गुण से भारी होता है, वही गुरु होता है। इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरू प्रकाश पासवान, प्रदेश महामंत्री व विधायक भगवानदास सबनानी, पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व सांसद महेन्द्र सिंह सोलंकी, कार्यक्रम के संयोजक मुदित शेजवार और सह संयोजक श्री जयवर्द्धन जोशी मंचासीन रहे।
कांग्रेस और राहुल गांधी पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग कानून से ऊपर हो गए हैं। आज भी राजकुमार के जैसे चलते हैं। कहते हैं कि उन्हें नेशनल हेराल्ड में अपराधी कैसे बना दोगे, जो बनाएगा उसके घर के सामने धरना देंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आंबेडकर के संविधान की देन है कि उनके जैसे जैसे लोग व्यवस्था में हैं। जातिगत व्यवस्था नहीं तो चाय वाला कभी देश का प्रधानमंत्री नहीं बन पाता। भाजपा की सरकार ने जहां डॉ. आंबेडकर का जन्म हुआ, वहीं उनके नाम पर विश्वविद्यालय स्थापित कराया। नई शिक्षा नीति 2020 में लागू होने पर बाबा साहेब आंबेडकर पाठ्यक्रम में आ गए। उन पर रिसर्च करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
बाबा साहेब कद से बहुत बड़े व्यक्ति थे: वीडी शर्मा
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त (वीडी) शर्मा शर्मा ने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर कद से बहुत बड़े व्यक्ति थे, तभी आज उन्हें याद किया जा रहा है। संविधान का निर्माण करते समय बाबा साहेब के मन में किसी के प्रति जरा सा भी भेदभाव नहीं था। बाबा साहेब ने संपूर्ण भारत को एक सूत्र में बांधने के उद्देश्य से संविधान का निर्माण किया। नेहरू जब संविधान में परिवर्तन करने के लिए धर्मनिरपेक्ष और समाजवाद जैसे शब्द लेकर आए तो बाबा साहब ने इस पर आपत्ति की। बाबा साहेब ने खुला विरोध किया था। तुष्टिकरण राजनीति के उद्देश्य से संविधान में परिवर्तन किया गया। एक वोट बैंक को अपने पक्ष में लाने के लिए संविधान में संशोधन किया गया। बाबा साहब ने धारा 370 ले आने का भी कड़ा विरोध किया था। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने तो धारा 370 के विरोध में अपना बलिदान तक दिया। भारतीय जनता पार्टी की सरकार में संविधान में संशोधन अच्छे उद्देश्य से किया। चाहे वह तीन तलाक हो या अन्य मसला हो।
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