शिवपुरी। मध्यप्रदेश, जिसे "टाइगर स्टेट" के नाम से जाना जाता है, ने वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक और ऐतिहासिक कदम बढ़ाया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज शिवपुरी में "माधव टाइगर रिजर्व" का शुभारंभ किया और बाघिन को उसके प्राकृतिक आवास में छोड़ा। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार और वन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री मोहन यादव का बयान
✅ "टाइगर का छोड़ा जाना विकास के बढ़ते कदम का संकेत है।"
✅ "टूरिज्म के क्षेत्र में चंबल एक नई कहानी लिखेगा।"
✅ "प्रधानमंत्री मोदी ने चीता अभयारण्य की शुरुआत कर इस क्षेत्र को आशीर्वाद दिया था।"
✅ "अब दूसरी पीढ़ी के चीते हमारे जंगलों में छोड़े गए हैं।"
✅ "चंबल क्षेत्र में घड़ियाल, भालू, तेंदुआ, गिद्ध और भेड़िया समेत सभी वन्यजीव मौजूद हैं।"
✅ "दुनिया में सबसे ज्यादा टाइगर भारत में हैं, और भारत में सबसे अधिक टाइगर मध्यप्रदेश में हैं।"
✅ "चंबल भी अब टाइगर अभयारण्य के रूप में अपनी बड़ी पहचान बना रहा है।"
माधव टाइगर रिजर्व – संरक्षण और पर्यटन का केंद्र
मध्यप्रदेश का 9वां टाइगर रिजर्व बनने से बाघों के संरक्षण को और मजबूती मिलेगी। यह टाइगर रिजर्व बाघों की संख्या बढ़ाने, उनके प्राकृतिक आवास को सुरक्षित रखने और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में अहम भूमिका निभाएगा। साथ ही, पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
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