पलामू। झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू का एनकाउंटर कर दिया गया है। पुलिस ने उसे मंगलवार को पलामू के चैनपुर के अंधारी ढोडा इलाके में घेर लिया, जहां उसने भागने की कोशिश की और फायरिंग भी की। जवाबी कार्रवाई में अमन साहू ढेर हो गया।
एनकाउंटर से पहले पुलिस की जीप पलटी, भागने की कोशिश में मारा गया
सूत्रों के मुताबिक, रायपुर की सेंट्रल जेल से झारखंड लाया जा रहा अमन साहू पुलिस कस्टडी में था। पलामू के पास पुलिस की जीप पलटने के बाद उसने मौके का फायदा उठाकर भागने की कोशिश की और पुलिस पर फायरिंग कर दी। मुठभेड़ में एक पुलिस जवान घायल हुआ, लेकिन पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए अमन को मार गिराया।
जेल में रहते हुए भी चला रहा था गैंग
अमन साहू भले ही जेल में बंद था, लेकिन उसने अपनी पूरी गैंग जेल से ही ऑपरेट कर रखी थी। हाल ही में उसके फेसबुक प्रोफाइल में बदलाव हुआ था, जिससे यह साफ था कि वह जेल में रहते हुए भी अपने गुर्गों से संपर्क में था। झारखंड के डीजीपी ने भी पुष्टि की कि अमन की गैंग कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रही थी, जिसमें रंगदारी, अवैध वसूली, और हत्या जैसे संगीन अपराध शामिल थे।
रांची में कारोबारी पर हमला, एनकाउंटर का कारण बना
7 मार्च को रांची में कोयला कारोबारी विपिन मिश्रा पर दिनदहाड़े फायरिंग कराई गई थी। इस हमले में कारोबारी और उनके ड्राइवर को गोली लगी थी। पुलिस जांच में पता चला कि इस वारदात के पीछे अमन साहू और उसकी गैंग का हाथ था। इसी मामले में झारखंड पुलिस उसे रायपुर जेल से पूछताछ के लिए लाई थी, लेकिन सफर के दौरान ही उसका एनकाउंटर हो गया।
50 से ज्यादा मामले, लॉरेंस बिश्नोई गैंग से भी था कनेक्शन
अमन साहू के खिलाफ झारखंड के रांची, पलामू, धनबाद, हजारीबाग, लातेहार, बोकारो, रामगढ़ और चतरा जिलों में 50 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार, उसके संबंध कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से भी थे। वह कोयला माफिया, ट्रांसपोर्टर्स, बिल्डर्स, और ठेकेदारों से रंगदारी वसूलने का धंधा करता था।
झारखंड में सियासत तेज, बीजेपी ने उठाए सवाल
अमन साहू के एनकाउंटर के बाद झारखंड में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। बीजेपी ने झारखंड पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं और निष्पक्ष जांच की मांग की है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि यह एक नियमित मुठभेड़ थी, जिसमें गैंगस्टर ने खुद पुलिस पर फायरिंग की थी।
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